परियोजना से संबंधित ढांचागत संरचना में आने वाली सभी विभागीय रुकावटों को दूर करना है जिससे जमीनी स्तर पर काम में तेज़ी आए ,लागत में कमी हो और रोज़गार पैदा करने पर ध्यान देने के साथ-साथ आगामी चार वर्षों में बुनियादी अवसंरचना परियोजनाओं की एकीकृत योजना और कार्यान्वयन सुनिश्चित किया जा सके।