अमृत सरोवर योजना

Amrit Sarovar Yojna

केंद्र सरकार द्वारा पानी की कमी तथा गिरते हुए जमीनी जल स्तर को रोकने हेतु दिनांक 24 अप्रैल 2022 को राष्टीय पंचायती दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा राज्य के प्रत्येक जिलों मे स्थित तालाबों के विकास तथा नए तालाबों के निर्माण हेतु अमृत सरोवर योजना का प्रारंभ किया गया है, इस योजना के अंतर्गत 15 अगस्त 2023 तक देश मे 50000 तालाबों के निर्माण का लक्ष्य रखा गया है।

(आवेदन प्रक्रिया) नि:शुल्क बोरिंग योजना, उत्तर प्रदेश

nishulk boring scheme

उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा राज्य के सामान्य जाति तथा अनुसूचित जाति/जनजाति के लघु एवं सीमांत किसानों को निजी लघु सिंचाई साधन मे सहायता प्रदान करने के लिए नि:शुल्क बोरिंग योजना की शुरुआत की गई है।इस योजना के अंतर्गत सामान्य श्रेणी के लघु एवं सीमांत कृषकों के लिए बोरिंग पर अनुदान की अधिकतम सीमा पांच हजार और सात हजार रुपये है तथा अनुसूचित जाति-जनजाति के लाभार्थियों को बोरिंग पर अनुदान की अधिकतम सीमा 10 हजार रुपये निर्धारित है।

(आवेदन प्रक्रिया)मुख्यमंत्री कृषक उद्यमी योजना 2022, मध्यप्रदेश

Mukhymantri Krishak Udyami Yojana

मध्यप्रदेश सरकार द्वारा राज्य के किसान के पुत्र एवं पुत्रियों को उद्यम स्थापित करने के लिए आर्थिक सहायता प्रदान करने के लिए मुख्यमंत्री कृषक उद्यमी योजना की शुरुआत की गई है। इस योजना में नवीन उद्यम की स्थापना के लिए 50 हजार रुपए से 2 करोड़ रुपए तक का ऋण दिए जाने का प्रावधान है। इस योजना के अंतर्गत आपके बिजनेस की पूंजीगत लागत पर पुरुषों को 5% और महिलाओं को 6% की दर से अधिकतम 7 वर्ष तक ब्याज अनुदान देय होता है।

(आवेदन प्रक्रिया)किसान पेंशन योजना,उत्तराखण्ड

Kishan Penshan Yojna

उत्तराखण्ड सरकार द्वारा उत्तराखण्ड राज्य के किसानो को 60 वर्ष की आयु के उपरांत आर्थिक सहायता प्रदान करने के लिए किसान पेंशन योजना की शुरुआत की गई है।इस योजना के अन्तर्गत उत्तराखण्ड राज्य मे 60 वर्ष से अधिक आयु एवं 02 हैक्टेयर तक के ऐसे भूमिधर किसान,जो स्वयं की भूमि मे खेती करते हो को … Read more

झारखण्ड कृषि ऋण माफी योजना

ऋण माफी योजना

झारखण्ड सरकार द्वारा किसानों को सहायता प्रदान करने के उद्देश्य से झारखण्ड कृषि ऋण माफी योजना की शुरुआत की गयी है। इस योजना के अंतर्गत मानक फसल ऋण बकाया खातों मे रु. 50000 तक की बकाया राशि माफ की जाती है। इस योजना के माध्यम से किसानों की ऋण पात्रता मे सुधार होगा तथा कृषि के प्रति उनकी रुचि भी बढ़ेगी जिससे कृषि आधारित अर्थव्यवस्था मे भी सुधार होगा।